अपभ्रंश काव्य परंपरा और अपभ्रंश काव्य की वस्तुगत, भावगत और शिल्पगत विशेषताएँ
अपभ्रंश काव्य साहित्य के अन्तर्गत निम्नलिखित साहित्य का समावेश है. जैन साहित्य जिसमें मतों में धार्मिक, ऐच्छिक रूप हैं तथा उनमें प्रबंध काव्य एवं मुक्तक काव्य की रचना हुई है उसके भी दो भेद रहे (1) रहस्यात्मक, (2) उपदेशात्मक । जैनत्तर साहित्य जिसमें (1) बौद्ध साहित्य, (2) नाथ साहित्य, (3) बौद्धेत्तर साहित्य हैं। प्रथम दो…