हिन्दी साहित्य के इतिहास की लेखन पद्धतियाँ और हिन्दी साहित्य के इतिहासकार ।

वास्तव में 19वीं शताब्दी को हिन्दी साहित्य के इतिहास लेखन का सूत्रपात माना जाता है।

हिन्दी साहित्य के इतिहास लेखन की परम्परा की शुरुआत भी गार्सी दातासी ने की जोकि एक फ्रेंच विद्वान् थे। उनकी इस लेखन परम्परा की शुरुआत … Read More

हिन्दी साहित्य का इतिहास दर्शन और साहित्य के विकास के प्रमुख बिन्दु

हिन्दी साहित्य का इतिहास दर्शन और साहित्य के विकास के प्रमुख बिन्दु

साहित्य का इतिहास दर्शन

इतिहास के समानार्थक ‘हिस्ट्री’ (History) शब्द का प्रयोग यूनानी विद्वान् हेरोडोटस (456-445 ई.पू.) ने किया। हेरोडोटस महोदय ने इतिहास के चार प्रमुख लक्षण निर्धारित करते हुए बताया कि

1. इतिहास एक वैज्ञानिक विधा है अर्थात् इसकी … Read More

हिन्दी साहित्य के आदि काल की प्रमुख प्रवृत्तियों का विवेचन करते हुए आदि काल के नामकरण की चर्चा कीजिए ।

हिन्दी साहित्य के आदि काल की प्रमुख प्रवृत्तियों का विवेचन करते हुए आदि काल के नामकरण की चर्चा कीजिए ।

हिन्दी साहित्य के आदि काल

 आदि काल के नामकरण के बारे में विद्वानों में व्यापक मतभेद है। युद्धों में वीरता अथवा शीर्थ-प्रदर्शन की विशेष प्रवृत्ति को लक्ष्य करके तथा वीर रस प्रधान चरित-काव्यों की बहुलता देखकर आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने
Read More

हिन्दी साहित्य का काल विभाजन और नामकरण का संक्षिप्त परिचय । hindi sahitya ka kaal vibhajan aur naamkaran

हिन्दी साहित्य का काल विभाजन और नामकरण का संक्षिप्त परिचय । hindi sahitya ka kaal vibhajan aur naamkaran

हिन्दी साहित्य का काल विभाजन का क्या आधार है ?

 यह एक अत्यंत विचारणीय प्रश्न है। वैसे तो समस्त साहित्य एक प्रवाहमान धारा के सदृश होता है। और इसका विभाजन कठिन ही नहीं दुसाध्य भी होता है, फिर भी अध्ययन … Read More