रसखान का जीवन परिचय, रचनाएँ, काव्यगत विशेषताओं और भाषा शैली पर प्रकाश डालिए

रसखान का जीवन परिचय
रसखान का जीवन परिचय: एक महान कृष्ण भक्त कवि रसखान, हिन्दी साहित्य के भक्तिकाल के प्रमुख कृष्ण भक्त कवि थे। ...
Read more

मलिक मोहम्मद जायसी का साहित्यिक परिचय दीजिए

मलिक मोहम्मद जायसी का साहित्यिक परिचय दीजिए
हिन्दी साहित्य में प्रेममार्गी कवियों की चर्चा हो और मलिक मोहम्मद जायसी का नाम न आए, यह संभव नहीं। वे ...
Read more

तुलसी दास का साहित्यिक परिचय दीजिए

तुलसी दास का साहित्यिक परिचय दीजिए
गोस्वामी तुलसीदास हिंदी साहित्य और भक्ति आंदोलन के महान कवि थे। उनका जीवन आज भी अनेक रहस्यों से भरा हुआ ...
Read more

सूरदास का साहित्यिक परिचय दीजिए

सूरदास का साहित्यिक परिचय दीजिए
सूरदास का जन्म प्रायः संवत १५२९ में सीही नामक ग्राम में माना जाता है। वहाँ से वे रुनकता और गऊघाट ...
Read more

कबीरदास का जीवन परिचय और उनके साहित्य का योगदान

कबीरदास का जीवन परिचय और उनके साहित्य का योगदान
भारतीय भक्ति आंदोलन में संत कबीरदास का स्थान सर्वोपरि है। वे निर्गुण भक्ति की ज्ञानाश्रयी शाखा के प्रमुख कवि थे। ...
Read more

रीतिकाल के प्रमुख कवियों का परिचय दीजिए

हिंदी का रीतिकाल: प्रमुख कवियों का योगदान और उनके साहित्यिक प्रभाव
हिंदी का रीतिकाल (1650-1850) भारतीय काव्य की महत्वपूर्ण धारा है, जो विशेष ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से उत्पन्न हुआ था। इस काल ...
Read more

भक्तिकाल: हिन्दी साहित्य के स्वर्ण युग की समीक्षा

भक्तिकाल: हिन्दी साहित्य के स्वर्ण युग की समीक्षा
भक्तिकाल, हिन्दी साहित्य के इतिहास का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और स्वर्ण युग माना जाता है। यह काल लगभग सं. 1375 ...
Read more

भक्तिकाल के कृष्ण भक्ति शाखा के प्रमुख कवि और उनकी रचनाएँ

भक्तिकाल के कृष्ण भक्ति शाखा के प्रमुख कवि और उनकी रचनाएँ
कृष्ण भक्ति शाखा के कवियों में अष्टछाप कवियों को महत्वपूर्ण स्थान दिया जा सकता है। इसमें सूरदास, नन्ददास और कुम्भनदास ...
Read more

प्रेममार्गी शाखा के कवि और उनकी रचनाएँ तथा प्रेममार्गी शाखा की प्रमुख विशेषताएं

प्रेममार्गी शाखा के कवि और उनकी रचनाएँ तथा प्रेममार्गी शाखा की प्रमुख विशेषताएं
भारत में प्रेमाख्यानों की परम्परा अत्यन्त प्राचीन और पुष्ट रही है, जो महाभारत और पुराणों में स्पष्ट रूप से मिलती ...
Read more

ज्ञानाश्रयी (संत) शाखा की प्रमुख विशेषताएं

ज्ञानाश्रयी (संत) शाखा की प्रमुख विशेषताएं
ज्ञानाश्रयी शाखा भक्ति कालीन निर्गुण काव्यधारा की एक प्रमुख शाखा है, जो विशेष रूप से साधना और ज्ञान के महत्व ...
Read more