भक्तिकालीन हिंदी साहित्य और तत्कालीन परिस्थितियाँ Bhaktikal ki paristhitiyan

bhaktikal hindi sahitya हिंदी साहित्य में भक्तिकाल एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक कालखंड के रूप में जाना जाता है, जो न ...
Read moreभक्ति काल का परिचय , भक्ति काल का नामकरण और काल विभाजन

भक्तिकाल भारतीय इतिहास और साहित्य का एक महत्वपूर्ण काल था, जिसका श्रीगणेश मुहम्मद तुगलक के शासनकाल से हुआ था। यह काल ...
Read moreहिन्दी उपन्यास – प्रेमचन्द और उनका युग premchand aur unka yug

उपन्यास की पूर्व-परम्परा ‘उपन्यास’ गद्य का नव-विकसित रूप है जिसमें कथा-वस्तु, बरित्र-चित्रण, संवाद आदि के तत्त्वों के माध्यम से यथार्थ ...
Read morehindi sahitya ka itihas हिन्दी साहित्य के इतिहास की लेखन पद्धतियाँ और हिन्दी साहित्य के इतिहासकार ।

हिन्दी साहित्य के इतिहास लेखन की परंपरा का आरंभ 19वीं शताब्दी में हुआ, जिसे हिन्दी साहित्य के ऐतिहासिक अध्ययन का ...
Read moreहिन्दी साहित्य का इतिहास दर्शन और साहित्य के विकास के प्रमुख बिन्दु

इतिहास का अध्ययन मानव सभ्यता के विकास को समझने की एक वैज्ञानिक और तर्कसंगत विधा है। ‘हिस्ट्री’ (History) शब्द का ...
Read moreछायावादी काव्य की विशेषताएँ | chhayavad ki visheshta

लेख का पहला पैराग्राफ पाठकों को आकर्षित करने और विषय से परिचित कराने का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इसे ...
Read moreritikal ki visheshtaen रीतिकाल की प्रमुख विशेषताएँ / रीतिकालीन काव्य की प्रमुख प्रवृत्तियाँ

'रीति' शब्द का प्रयोग निश्चित प्रणाली, ढंग और नियम के अर्थ में होता है । अतः रीतिकाल में हमारा अभिप्राय हिन्दी-साहित्य के उस काल से है, जिसमें निश्चित प्रणाली के अनुसार काव्य-कला का विकास हुआ।
Read moreमहावीर प्रसाद द्विवेदी : द्विवेदी युग और द्विवेदीयुगीन काव्यगत विशेषताएँ dwivedi yug ki visheshta

mahavir prasad dwivedi महावीर प्रसाद द्विवेदी हिन्दी साहित्य के महान रचनाकारों में से एक थे, महावीर प्रसाद द्विवेदी का जन्म ...
Read moreद्विवेदी युग और द्विवेदी युग की नवजागरण परक चेतना dwivedi yug

द्विवेदी युग dwivedi yug को हिंदी साहित्य के जागरण और सुधार काल के रूप में जाना जाता है। द्विवेदी युग ...
Read moreभारतेंदु युग की प्रमुख विशेषताएं / भारतेंदु युग की प्रवृत्तियां

भारतेन्दु युग हिंदी साहित्य के पुनर्जागरण का युग था, जिसमें काव्य की प्रवृत्तियाँ परंपरा और नवीनता के संगम से प्रभावित ...
Read more